No.-1.किसी भी बात पर अतिरिक्त भार देने के लिए जिन शब्दों का प्रयोग किया जाता है उसे निपात कहते है।
जैसे- तक, मत, क्या, हाँ, भी, केवल, जी, नहीं, न, काश।
उदाहरण-
No.-1.तुम्हें आज रात रुकना ही पड़ेगा।
No.-2.तुमने तो हद कर दी।
No.-3.कल मै भी आपके साथ चलूँगा।
No.-4.गांधीजी को बच्चे तक जानते है।
No.-5.धन कमा लेने मात्र से जीवन सफल नहीं हो जाता।
No.-6.नीरव खाने के साथ पानी भी पिता था।
'चत्वारि पदजातानि नमाख्याते चोपसर्गनिपातश्च'
नाम, आख्यात, उपसर्ग और निपात। आजतक जितने भी शब्द-वर्गीकरण किये गये हैं उनमें इसका महत्त्वपूर्ण स्थान है।
प्रश्न- जैसे- क्या वह विद्यालय गया था
?
अस्वीकृति- जैसे-वह घर पर नहीं है।
विस्मयादिबोधक- जैसे- कैसी सुहावनी रात
है।
किसी शब्द पर बल देना- जैसे- मुझे भी इसका पता है।
यास्क ने निपात के तीन भेद माने है-
No.-1. उपमार्थक निपात : यथा- इव, न, चित्, नुः
No.-2. कर्मोपसंग्रहार्थक निपात : यथा- न, आ, वा, ह;
No.-3.पदपूरणार्थक निपात : यथा- नूनम्, खलु, हि, अथ।
निपात के प्रकारनिपात के नौ प्रकार होते हैं-
No.-1. स्वीकारात्मक निपात- हाँ, जी, जी
हाँ। ये सब निपात स्वीकृति को व्यक्त करते हैं तथा सदैव स्वीकारार्थक उत्तर के
आरम्भ में आते हैं।
प्रश्न- तुम विद्यालय जाते हो ?
उत्तर- जी।
प्रश्न- आप घर जा रहे हैं ?
उत्तर- जी हाँ।
जी तथा जी हाँ निपात विशेष आदरसूचक
स्वीकारार्थक उत्तर के समय प्रयुक्त होते हैं।
No.-2. नकारात्मक निपात- नहीं, जी
नहीं।
प्रश्न: तुम्हारे पास यह कलम है ?
उत्तर- नहीं।
No.-3. निषेधात्मक निपात- मत।
मत- आज आप मत जाइए। मुझे अपना मुँह मत
दिखाना।
No.-4. आदरार्थक निपात- क्या, न।
क्या- तुम्हें वहाँ क्या मिलता है ?
न- तुम अँगरेजी पढ़ना नहीं जानते हो न ?
No.-5. तुलनात्मक- सा।
सा- इस लड़के सा पढ़ना कठिन है।
No.-6. विस्मयार्थक निपात- क्या, काश।
क्या- क्या सुन्दर लड़की है !
काश- काश ! वह न गया होता !
No.-7. बलार्थक या परिसीमक निपात- तक, भर, केवल, मात्र, सिर्फ, तो, भी, ही।
तक- मैंने उसे देखा तक नहीं। हमने उसका, नाम
तक नहीं सुना।
भर- मेरे पास पुस्तक भर है। उसको अपनी
कॉपी भर दे दो।
केवल- वह केवल सजाकर रखने की वस्तु है।
मात्र- वह मात्र सुन्दर थी, शिक्षित
तो नहीं थी।
ही- उसका मरना ही था कि घर-का-घर
बर्बाद हो गया।
भी- मैं भी यहीं रहता हूँ।
ठीक- ठीक समय पर पहुँचा। ठीक पाँच हजार
रुपये उसने दिये।
लगभग- लगभग पाँच लाख विद्यार्थी इस
वर्ष प्रवेशिका की परीक्षा दे चुके हैं।
करीब- इस समय करीब पाँच बजे हैं।
No.-9. आदरसूचक निपात- जी।
जी- यह निपात व्यक्तिवाचक या जातिवाचक
नाम, उपाधि तथा पद आदि सूचित करने वाले संज्ञा
शब्दों के बाद प्रयुक्त होता है। जैसे- इन्दिरा जी, गुरुजी, डॉक्टर जी, वर्माजी।
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