Shri Ganesh Atharvashirsha Path Free PDF
No:1. गणेश जी को समस्त देवताओं
में प्रथम पूज्य माना जाता है। विघ्ननाशक मंगलकारी गणपति भगवान् के इस दिव्य पाठ
से जातक को अनेक प्रकार की विघ्न-बाधाओं से मुक्ति प्राप्त होती है।
No:2. अनेकों भक्तों ने श्री
गणपति अथर्वशीर्ष पाठ के चमत्कार को अपने जीवन में अनुभव किया है।
No:3. श्री गणपति अथर्वशीर्ष
अथर्ववेद का एक लघु उपनिषद है जिसकी रचना मुख्य रूप से संस्कृत भाषा में की गयी
है।
No:4. श्री गणेश अथर्वशीर्ष में
दस ऋचाएँ हैं, ऋषिओं
के मुख से निकली संस्कृत रचनाओं को ऋचा कहा जाता है।
श्री गणेश अथर्वशीर्ष पाठ का लाभ व महत्व | Shri
Ganesh Atharvashirsha Benefits & Significance
No:1. गणेश अथर्वशीर्ष का
प्रतिदिन पूर्ण शुद्धता से पाठ करने से अन्तर्मन की शुद्धि होती है। वैसे गणेश
गीता का पाठ करना भी शुभ मन जाता है।
No:2. गणपति अथर्वशीर्ष के पाठ
से मनुष्य में निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। हमे नियमित रूप से गणेश चालीसा भी
पढ़नी चाहिए।
No:3. मानसिक अशान्ति से पीड़ित
जातकों को भी इस दिव्य पाठ के प्रयोग से अत्यधिक लाभ मिलता है।
No:4. गणेश गायत्री मंत्र व इस
पाठ के पढ़ने से जातक के मुख पर आभा का उदय होता है।
No:5. गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ
नकारात्मकता का नाश कर सकारात्मकता का संचार करता है।
No:6. यदि आप आर्थिक समस्याओं
का सामना कर रहे हैं तो आपको भी यह दिव्य पाठ करना चाहिये।
No:7. जिन बालकों का पढ़ाई में
मन नहीं लगता उन्हें भी श्री गणपति अथर्वशीर्ष का नियमित पाठ करने से अत्यधिक लाभ
प्राप्त होता है।
No:8. इस वैदिक पाठ के प्रभाव
से जातक को भगवान संकटमोचन गणपति की विशेष कृपा प्राप्त होती है तथा उसे जीवन में
आने वाले विभिन्न प्रकार के संकटों से मुक्ति मिलती है।
श्री गणेश अथर्वशीर्ष पाठ विधि | Shri Ganesh
Atharvashirsha Path Vidhi
No:1. यदि आप इस दिव्य पाठ का
नियमित जप करते हैं, तो आप स्वयं ही इससे होने वाले लाभ की अनुभूति कर सकते
हैं। किन्तु यदि आप इसका प्रतिदिन पाठ नहीं कर सकते तो प्रति बुधवार आपको पूर्ण
विधि विधान से इसका पाठ करना चाहिये।
No:2. सर्वप्रथम नित्यकर्म आदि
से निर्वत्त होकर एक पीले आसान पर बैठ जायें।
No:3. अब अपने समक्ष भगवान गणेश
की एक मूर्ति या छाया चित्र पीले आसान पर विराजमान करें।
No:4. अब दोनों हाथ जोड़कर गणपति
बप्पा का गणेश पूजन मंत्रों से आवाहन करें।
No:5. आवाहन करने के पश्चात
गणेश जी का ध्यान और गणेश वंदना करें।
No:6. अब भगवान गणेश को सुगन्ध, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप व नैवेद्य आदि अर्पित
करें।
No:7. उपरोक्त पूजन सामग्री
अर्पित करने के पश्चात गणपति बप्पा को दूर्वा (दूब घास) अर्पित करें।
No:8. गणपति बप्पा को अब मोदक
का भोग लगायें जो कि उन्हें अति प्रिय हैं।
No:9. उपरोक्त पूजनोपरान्त
विघ्नहर्ता गणपति के समक्ष निर्मल मन से श्री गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें।
No:10. पाठ सम्पूर्ण होने के
पश्चात भगवान गणेश की आरती करें।
About This PDF File
PDF Name |
श्री गणेश अथर्वशीर्ष पाठ | Shri Ganesh
Atharvashirsha Path PDF |
No. of Pages |
5 |
PDF Size |
0.11 MB |
Language |
Sanskrit |
Category |
|
Source |
pdffile.co.in |
Download Link |
Available ✔ |
Click here to Download This PDF
Join Whatsapp Group:- Click Here
Join Telegram Channel:- Click Here
Disclaimer: We neither created this pdf file nor scanned, This PDF/eBook was downloaded from internet and we have shared link of this file on our website or we have shared the drive link/any kind of link, which is already available on Internet. Note – We don’t want to violate any privacy policy or copyright law. In short, If anyone has any kind of objection related to this PDF then kindly mail us at nacheez2016@gmail.com to request removal of the link. We will remove this link/PDF as soon as possible.
Suggested : Chemical Formulas List for Class 10 PDF
No comments:
Post a Comment