राजस्थान में सहकारी संस्थाएं | Rajasthan
Co-operative Society
Co-operative Societies in Rajasthan, Rajasthan Co-operative Society, Rajasthan Progressive Cooperatives, राजस्थान सहकारी समितियां, राजस्थान सहकारी समिति
(1) राजस्थान राज्य सहकारी संघ
No:1. मुख्यालय – जयपुर
No:2. स्थापना – 21 दिसम्बर 1957
No:3. कार्य – सहकारी शिक्षण-प्रशिक्षण अनुसंधान एवं सहकारी सिद्धांतों
का प्रचार-प्रसार करने वाली प्रदेश के सहकारी आन्दोलन की शीर्ष संस्थान।
(2) राजस्थान सहकारी शिक्षा एवं प्रबंधन संस्थान
No:1. मुख्यालय – जयपुर
No:2. स्थापना – 1 अप्रैल 1994
No:3. कार्य – सहकारिता से संबंधित सरकारी एवं गैर सरकारी कार्मिकों को
प्रशिक्षण देना।
(3) सहकारी कल्याण व सेवा फॉरम कोपसेफ
No:1. मुख्यालय – जयपुर
No:2. स्थापना – 1995
No:3. कार्य – सहकारिता से संबंधित सरकारी, गैर सरकारी कार्मिकों को
प्रशिक्षण देना।
(4) राजस्थान राज्य सहकारी मुद्रणालय लिमिटेड
No:1. मुख्यालय – जयपुर
No:2. स्थापना – 1960
No:3. कार्य – सरकारी, अर्द्ध-सरकारी एवं सहकारी संस्थाओं व विभागों के
उपयोगार्थ गुणवता सामग्री का उचित मूल्य में प्रकाशन।
(5) राजस्थान राज्य सहकारी तिलम उत्पादक संघ (तिलम संघ)
No:1. स्थापना – 3 जुलाई 1990
No:2. यूरोपीय संघ के सहयोग से जालौर, झुंझुनूं, मेड़ता सिटी, श्रीगंगानगर, गंगापुर सिटी में सरसों
के लिए एवं विश्व बैंक के सहयोग से बीकानेर (मूंगफली व सरसों), कोटा (सोयाबीन), फतेहनगर में तेल मिले
प्रारंभ की गई। इनमें से फतेहपुर, कोटा, श्रीगंगानगर की ही ईकाइयाँ वर्तमान में कार्यरत है।
(6) स्पिनफेड (राजस्थान राज्य सहकारी स्पिनिंग एवं विविंग मिल्स फ़ैडरेशन)
No:1. स्थापना – 1 अप्रैल 1993
No:2. कार्य – रुई की खरीद, सूत का उत्पादन एवं
बिक्री।
(7) श्रीगंगानगर सहकारी तिलहन प्रोसेसिंग मिल्स लिमिटेड, गजसिंहपूरा (श्रीगंगनगर)
No:1. स्थापना – 1976
(8) राजस्थान जनजाति विकास सहकारी संघ (राजस संघ)
No:1. मुख्यालय – उदयपुर
No:2. स्थापना – 27 मार्च 1976
No:3. कार्य क्षेत्र – जनजाति उपयोजना की 23 पंचायत समितियाँ एवं
सहरिया क्षेत्र की 2 पंचायत समितियाँ।
No:4. कार्य – आदिवासियों को व्यापारियों, बिचौलियों एवं सहकारी से
मुक्ति दिलाते हुए उचित मूल्य पर कृषि आदान व व दैनिक उपयोगी की वस्तुएं सुलभ
कराना एवं उनके वनोपज का उचित मूल्य दिलाना।
(9) अनुसूचित जाति, जनजाति वित्त एवं विकास सहकार निगम (अनुजा निगम)
No:1. स्थापना – 28 फरवरी 1980 को अनुसूचित जाति सहकारी
विकास निगम के नाम से स्थापित जिसका वर्तमान नामकरण 24 सितम्बर 1993 को किया गया।
सहकारिता से संबंधित महत्वपूर्ण समितियाँ
No:1. वैद्यनाथ समिति – केंद्र द्वारा घोषित इस
समिति ने सहकारी संस्थाओं को ओर अधिक स्वायत्ता देने की अनुशंसा की।
No:2. दीक्षित समिति – इस समिति का गठन 30 जुलाई, 2002 को ग्राम पंचायत स्तर पर
सहकारी समितियों के गठन से संबंधित सुझाव देने हेतु किया गया।
No:3. बी. एल. मेहता समिति – सहकारी साख समितियों के
गठन की सिफारिश करने हेतु मई 1960 में गठित की गई।
No:4. डॉ. सी. डी. दाँते समिति – राजस्थान कृषि साख सहकारी
संस्थाओं के अध्ययन हेतु भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 1974 में गठित की गई।
No:5. मीर्धा रिपोर्ट – सहकारी आन्दोलन को
लोकतांत्रिक बनाने हेतु की गई रिपोर्ट।
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