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CBSE Xth HINDI B SQP 2020 SOLUTIONS

 

खंड – ख

 व्यावहारिक व्याकरण

No.-2. शब्द और पद के अंतर को उदाहरण द्वारा स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- कमल- यह एक शब्द हैं।

कमल एक प्रकार का फूल है - इस वाक्य में कमल व्याकरण के नियमों के अनुसार वाक्य में प्रयुक्त है, इसलिए यह पद हैं।

शब्द स्वतंत्र होता है जबकि शब्द जब वाक्य में प्रयुक्त होता है तब पद कहलाता है।

No.-3. निम्नलिखित वाक्यों को निर्देशानुसार बदलिए।

No.-1. वामीरो कुछ सचेत हुई और घर की तरफ दौड़ी। (सरल वाक्य में)

उत्तर- वामीरो सचेत होकर घर की तरफ दौड़ी।

No.-2. सुभाष बाबू को पकड़कर लाल बाजार लॉकअप में भेज दिया गया। (संयुक्त वाक्य में बदलिए)

उत्तर- सुभाष बाबू को पकड़ लिया गया और लाल बाजार लॉकअप में भेजा दिया गया।

No-3. भाई साहब ने उछलकर पतंग की डोर पकड़ ली और छात्रावास की ओर दौड़ पड़े। (मिश्र वाक्य में)

उत्तर- जब भाई साहब ने उछलकर पतंग की डोर पकड़ ली तब छात्रावास की ओर दौड़ पड़े।

No.-4. निम्नलिखित समस्त पदों का विग्रह कीजिए तथा समास का नाम लिखिए-

राजदूत, धूप-दीप

उत्तर- राजदूत - राजा का दूत - तत्पुरुष समास

धूप-दीप - धूप और दीप - द्वन्द समास

No.-2. निम्नलिखित विग्रहों के समस्त पद बनाकर समास का नाम लिखिए-

मति के अनुसार, तीन गुणों का समूह

उत्तर- मति के अनुसार - यथामति - अव्ययीभाव समास

तीन गुणों का समूह - त्रिगुण - द्विगु समास

No.-5. निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध करके लिखिए।

No.-1. घोड़े पर सिपाही सवार था।

उत्तर- सिपाही घोड़े पर सवार था।

No.-2. कर्नल वजीर अली को नहीं पहचाना।

उत्तर- कर्नल ने वजीर अली को नहीं पहचाना।

No.-3. वह एक छह मंजिला इमारत थी।

उत्तर- वह एक छह मंजिली इमारत थी।

No.-4. वह राम ! यह क्या हो गया।

उत्तर- हाय राम! यह क्या हो गया।

No.-6. उचित मुहावरों द्वारा रिक्त स्थानों को पूरा कीजिए-

No.-1. भाई साहब का रौद्र रूप देखकर ......... जाते।

उत्तर- प्राण सूखना

No.-2. वजीर अली बरसों से हमारी .............. झोंक रहा हैं।

उत्तर- आँखों में धूल झोंकना

No.-3. गायन इतना प्रभावी था कि वह अपनी............. लगा।

उत्तर- सुध-बुध खोना

No.-4. जब हमारी कक्षा में आओगे लाला तब ..........आएंगे।

उत्तर- दाँतों पसीना आना

खंड - घ

लेखन

No.-12. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर 80-100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए।

No.-1. जंगल की सुरक्षा

सुरक्षा से अभिप्राय

सुरक्षा से लाभ

हानि

हमारी भूमिका

No.-2. कैसे बदलेगी फुटपाथ की दुनिया

फुटपाथ क्या है

फुटपाथ की समस्या

हमारी भूमिका

बदलाव के लिए सुझाव

No.-3.सार-सार को गहि रहे, थोथा देय उड़ाय

सूक्ति का अर्थ

कथन का स्पष्टीकरण

समाज के लोगों से संबंध

वैचारिक अभिव्यक्ति

No.-13. कंप्यूटर लैब में हिन्दी में काम करने की सुविधा के लिए 'हिन्दी फॉन्ट' की व्यवस्था करवाने का आग्रह करते हुए प्राचार्य/प्राचार्या को 80-100 शब्दों में आवेदन पत्र लिखिए।

अथवा

समाज में बढ़ते अपराध को रोकने के लिए नागरिकों को जागरूक करने का आग्रह करते हुए किसी दैनिक अख़बार के संपादक को 80-100 शब्दों में पत्र लिखिए।

 No.-14. आप अपने विद्यालय में साहित्य-क्लब 'शब्द-शिल्पी' के सचिव हैं। शनिवार को आगामी साहित्यिक गतिविधियों पर चर्चा हेतु बैठक बुलाई गई हैं, जिसकी सूचना 40-50 शब्दों में तैयार कीजिए।

अथवा

नेहरू युवा क्लब की ओर से मतदाता जागरूकता अभियान में शामिल होने के लिए युवाओं के साथ होने वाली बैठक की जानकारी देते हुए, अध्यक्ष की ओर से 40-50 शब्दों में सूचना लिखिए।

No.-15. बीमार और डॉक्टर के बीच होने वाली बातचीत को लगभग 50-60 शब्दों में संवाद शैली में लिखिए।

अथवा

बढ़ती सड़क दुर्घनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए पिता और पुत्र/पुत्री के बीच होने वाली बातचीत को लगभग 50-60 शब्दों में संवाद शैली में लिखिए।

 No.-16. आपके इलाके में एक पुस्तकालय की स्थापना हुई हैं। इस बात को जनसामान्य तक पहुँचाने के लिए 25-50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए।

अथवा

आपके संसदीय क्षेत्र में प्रत्येक माह के अंतिम सप्ताह में स्वास्थ्य-शिविर का आयोजन होने जा रहा हैं। इसे जनता तक पहुँचाने के लिए 25-50 शब्दों में एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए।

निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर 80-100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए।

No.-12. No.-1. जंगल की सुरक्षा

No.-1.सुरक्षा से अभिप्राय- जंगल की सुरक्षा का अभिप्राय है, जंगल में निवास करने वाले जानवरों, पक्षियों, पेड़, पौधे, उनपर आर्थिक रूप से निर्भर रहने वाले प्राणियों की सुरक्षा। जंगल की सुरक्षा में जंगल में निवास करने वाले सभी प्राणी द्वारा स्थापित पारिस्थितिक तंत्र की सुरक्षा निहित है। जंगल की सुरक्षा के कारण ही विभिन प्रकार के जीवधारियों के बीच खाद्य शृंखला या भोजन शृंखला का निरंतर प्रवाह होता रहता है।

 No.-2.सुरक्षा से लाभ- मानव जाति के अस्तित्व के लिए जंगल की सुरक्षा अत्यंत आवश्यक हैं। वातावरण को शुद्ध करने, जलवायु नियंत्रण में सहायता, प्राकृतिक वाटरशेड के रूप में कार्य करने और कई लोगों के लिए आजीविका का एक स्रोत है। कई लाइलाज बीमारियों के ओषधियों के लिए हम प्राचीन समय से जंगलों पर निर्भर रहते आ रहे हैं।

 No.-3.जंगल के कटाई से हानि- जनसंख्या विस्फोट के कारण निवास के लिए भूमि कम पड़ रही है। इसलिए वनों की कटाई होती है। जंगलों की कमी होने से धरती पर कई नदियां सुख गई है और कई नदियों में पानी कम हो गया है। जल संकट की समस्या भीषण हो सकती है।ग्लोबल वार्मिंग का संकट और बढ़ सकता है। जंगलो की कमी से पर्यावरण का संतुलन बिगड़ने के खतरा रहता है।

 No.-4.हमारी भूमिका- जंगलों की सुरक्षा में ही हमारी सुरक्षा निहित है। जंगलों को पुनः स्थापित करने हेतु हम सबको मिलकर अधिक से अधिक पेड़ लगाना चाहिए। जंगलों को काटने से बचना चाहिए और उनके संरक्षण हेतु राष्ट्रीय नीतियों में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करना चाहिए।

 No.-2. कैसे बदलेगी फुटपाथ की दुनिया

No.-1.फुटपाथ क्या है- फुटपाथ सडक के किनारे पैदल चलने वाले यात्रियों के लिए सुरक्षित रास्ता होता है। इन सुरक्षित पथ को पगडंडी भी कहा जाता है। फुटपाथ पैदल यात्रियों के चलने के साथ साथ गरीबों के निवास और अर्थ उपार्जन के काम भी आते हैं।

 No.-2.फुटपाथ की समस्या- फुटपाथ की सबसे बड़ी समस्या इसका अतिक्रमण होना है।नगर पालिका के ध्यान नही देने के कारण कई तरह के गैर कानूनी दुकान फुटपाथ पर खुल जाने से अतिक्रमण की समस्या उत्पन होती है। गरीब सरकार के तरफ से समुचित रैनबसेरा नहीं होने के कारण रात में सोने हेतु इन फुटपाथों का अतिक्रमण कर लेते हैं। अतिक्रमण के कारण पैदल यात्रियों को असुरक्षित रोड पर चलने के लिए मजबूर हो जाते हैं।

 No.-3.हमारी भूमिका- फुटपाथ को अतिक्रमण मुक्त करवाने के लिए हमें संगठित प्रयास करने की जरूरत है। फुटपाथ पर दुकान चलाने वालों को नगर निगम दुकान बना कर वहाँ विस्थापित करें इसके लिए प्रयासरत रहने की जरूरत है। जरूरतमंद के सोने के लिए सरकारी रैनबसेरा का अधिक से अधिक निर्माण करने से अतिक्रमण हटाना संभव हो पाएगा।

 No.-4.बदलाव के लिए सुझाव- जनसंख्या वृद्धि, देश में घुसपैठियों की समस्या और गरीबों के उत्थान हेतु सरकारी योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार को दूर करने से फुटपाथ अपने वास्तविक कार्य को करने के लिए अतिक्रमण मुक्त हो जाएगा। इसके लिए हमें सामूहिक, संगठित और सतत प्रयास निरंतर करना पड़ेगा।

 No.-3. सार-सार को गहि रहे, थोथा देय उड़ाय

No.-1.सूक्ति का अर्थ- साधु ऐसा चाहिए, जैसा सूप सुभाय, सार-सार को गहि रहै, थोथा देई उड़ाए।

भावार्थ कबीर दास जी कहते हैं कि सज्जन लोगों का आचरण सूप के समान होता है। जिस तरह सूप अनाज में से बेकार कणों को उड़ा देता है तथा उपयोगी अनाज को अपने पास रखता है, उसी तरह सज्जन लोग भी व्यर्थ की बातों पर ध्यान नही देते और व्यर्थ की बातों को हवा में उड़ा देते हैं तथा जो बातें उनके लिए उपयोगी होती हैं, उसी बात को ग्रहण करते हैं। सज्जन का यही स्वभाव होता है कि वह वह किसी भी बात में से से उपयोगी ज्ञान को अपने पास रखते हैं, और बेकार की बातों को छोड़ देते है।

 No.-2.कथन का स्पष्टीकरण- कथन के स्पष्टीकरण को हंस के द्वारा दूध और पानी को अलग करने के उदहारण से समझ जा सकता है। महात्मा बुद्ध ने डाकू अंगुलिमाल को सही रास्ते पर ले आयें और उसके दुर्गुणों का त्याग करवाते हुए। हमारे धार्मिक और पौराणिक कथाओं में उपरोक्त दोहे के समर्थन और स्पष्टीकरण के लिए अनेक उदाहरण मौजूद हैं।

No.-3.समाज के लोगों से संबंध- उपरोक्त दोहे का मूल उद्देश्य समाज में गलत करने वाले व्यक्तियों को सही राह पर लाना है।उनके अंदर ज्ञान का अलख जगाकर उनको सत्यमार्ग पर वापस लाना है।समाज से बुराई का नाश करने के लिए बुरे व्यक्ति को सही मार्ग पर लाना ही श्रेष्ठ उपाय है। इससे समाज में आपसी सहयोग और सुकर्म के प्रति लोगों का आस्था बढ़ेगा।

 No.-4.वैचारिक अभिव्यक्ति- ऐसे विचारों की अभिव्यक्ति से मानव के अंदर मानवता का पुनः उदय होता है। मानवता का उदय प्राणियों के कल्याण का रास्ता प्रशस्त करता है। बुरे व्यक्ति के त्याग के बदले उसके बुराई का अंत करने से मानव जाति का सम्पूर्ण कल्याण संभव है।

No.-13. कंप्यूटर लैब में हिन्दी में काम करने की सुविधा के लिए 'हिन्दी फॉन्ट' की व्यवस्था करवाने का आग्रह करते हुए प्राचार्य/प्राचार्या को 80-100 शब्दों में आवेदन पत्र लिखिए।

 सेवा में,

प्रधानचार्य महोदय,

नवोदय विद्यायल,

दरभंगा, बिहार.

 दिनांक:10.03.2020

 विषय:- कंप्यूटर लैब में हिंदी कार्य करने हेतु 'हिंदी फॉन्ट' की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु अनुरोध पत्र।

आदरणीय महोदय,

अपार खुशी के साथ विद्यालय में विद्यार्थियों के लिए आधुनिक कंप्यूटर लैब का उद्घाटन करने हेतु आपका धन्यवाद अर्पित करता हूँ। आपके इस कदम से हम डिजिटल युग के अनुसार अपने आप को उत्कृष्ट बना पाएँगे। कंप्यूटर लैब में हिंदी के कार्य फिलहाल हिंदी फॉन्ट के उपलब्ध नहीं रहने के कारण सम्पर्ण करना संभव नहीं है। आधुनिक युग में जनमानस तक अपनी पहुँच स्थापित करने हेतु हम अंतरराष्ट्रीय भाषा के साथ ही हिंदी भाषा में भी कार्य करने का हुनर सीखना चाहते है। अतः श्रीमान से निवेदन है कि कंप्यूटर लैब में 'हिंदी फॉन्ट' की व्यवस्था अविलंब सुनिश्चित करने हेतु उचित आदेश पारित करें और हमें कृतार्थ करें।

 आपका विश्वासी

राम कुमार

कक्षा दसवीं (बी)

 समाज में बढ़ते अपराध को रोकने के लिए नागरिकों को जागरूक करने का आग्रह करते हुए किसी दैनिक अख़बार के संपादक को 80-100 शब्दों में पत्र लिखिए।

 220, रामनगर,

उत्तराखण्ड।

दिनांक - 10 जनवरी 2020

 सेवा में,

श्रीमान संपादक महोदय,

दैनिक हिंदुस्तान,

उत्तराखण्ड।

विषय- समाज में बढ़ते हुए अपराधों की समस्या के समाधान हेतु पत्र।

महोदय,

मैं आपके लोकप्रिय समाचार पत्र के माध्यम से अपने समाज में व्याप्त अपराध सरकार के अधिकारियों का ध्यान में बढ़ती हुई अपराध वृत्ति की ओर दिलाना चाहती हूं। आशा है कि आप मेरे पत्र को अपने लोकप्रिय समाचार पत्र में प्रकाशित करेंगे।

अत्यंत खेद के साथ मुझे लिखना पड़ रहा है कि समाज में आजकल गुंडागर्दी ,हत्याएं ,लूटपाट, बलात्कार जैसी आपराधिक घटनाएं लगातार हो रही हैं। आए दिन घरों के ताले तोड़कर चोर घरों में घुसकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। लुटेरों की हिम्मत भी इतनी इतना बढ़ गयी है कि राह चलती महिलाओं के गले से चेन खींचने की घटनाएं भी आम बात हो गई है। बढ़ते अपराधों से महिलाएं डर के कारण घर से अकेले आने जाने का भी साहस नहीं जुटा पाती हैं। पुलिस की गश्त करने वाली वैन सड़क पर दूर-दूर तक दिखाई नहीं देती। सिपाही गश्त पर नहीं आते। इस वजह से अपराधियों के हौसले दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं।

 अतः आपसे अनुरोध है कि इन अपराधों की रोकथाम के लिए जल्द-से-जल्द कार्यवाही करें, जिससे अपराधियों के मन में कानून के प्रति भय उत्पन्न हो और वे अपराध करने से पहले दस बार सोचें। अपराधियों पर नियंत्रण रखा जाना अत्यंत आवश्यक है।

धन्यवाद।

 भवदीय

विष्णु पाठक

 No.-14. आप अपने विद्यालय में साहित्य-क्लब 'शब्द-शिल्पी' के सचिव हैं। शनिवार को आगामी साहित्यिक गतिविधियों पर चर्चा हेतु बैठक बुलाई गई हैं, जिसकी सूचना 40-50 शब्दों में तैयार कीजिए।

 *केंद्रीय विद्यालय, नई दिल्ली*

*सूचना*

साहित्य - क्लब 'शब्द-शिल्पी' से जुड़े सभी विद्यार्थियों को आगामी साहित्यिक गतिविधियों पर चर्चा करने हेतु दिनांक 10.02.2020 को विद्यालय के विज्ञान भवन में दिन के दस बजे उपस्थित रहने का अनुरोध किया जाता है।

क्लब के आदरणीय सदस्यो से अनुरोध है कि आगामी साहित्यिक कार्यक्रमों को देखते हुए अपने बहुमूल्य सुझावों के साथ उपरोक्तवर्णित स्थान पर ससमय उपस्थित होने का कष्ट करें।इस बैठक के माध्यम से हम आगामी साहित्यिक कार्यक्रमों में जीत दर्ज कर अपने क्लब के नाम रोशन कर सकते हैं।

 धन्यवाद

 राजाराम त्यागी

सचिव

साहित्य - क्लब 'शब्द-शिल्पी'

केंद्रीय विद्यालय, नई दिल्ली

 नेहरू युवा क्लब की ओर से मतदाता जागरूकता अभियान में शामिल होने के लिए युवाओं के साथ होने वाली बैठक की जानकारी देते हुए, अध्यक्ष की ओर से 40-50 शब्दों में सूचना लिखिए।

 *नेहरू युवा क्लब,दिल्ली*

दिनांक: 10.02.2020

*मतदाता जागरूकता अभियान का आयोजन*

 नेहरू युवा क्लब के तत्वाधान में युवाओं को मतदान हेतु जागरूक बनाने के लिए टाउन हॉल में संध्या पाँच बजे से मतदाता जागरूकता अभियान का आयोजन किया जा रहा है। उक्त आयोजन में युवाओं को मतदाता सूची में अपना नाम शामिल करवाने हेतु आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवाया जाएगा। मतदान का महत्व और इसमें युवाओं की सहभागिता पर उपस्थित वक्ता अपना मत रखेंगे। चुनाव आयोग के वेबसाइट और ऐप्पस के माध्यम से भी मतदाता आवश्यक जानकारी कैसे हासिल कर सकते है बताया जाएगा। कृपया भारी संख्या में उपस्थित होकर जागरूक बने और लोकतंत्र के महापर्व में भाग लें।

 निवेदक

राम सिंघल

अध्यक्ष

नेहरू युवा क्लब, दिल्ली.

 No.-15. बीमार और डॉक्टर के बीच होने वाली बातचीत को लगभग 50-60 शब्दों में संवाद शैली में लिखिए।

 बीमार और डॉक्टर के बीच संवाद

बीमार- (औषधालय में प्रवेश करते हुए) डॉक्टर, नमस्कार!

डॉक्टर- नमस्कार! आइए, पधारिए! कहिए, क्या हाल है ?

बीमार- पहले से बहुत अच्छा हूँ। बुखार उतर गया है, केवल खाँसी रह गयी है।

डॉक्टर- घबराइए नहीं। खाँसी भी दूर हो जायेगी। आज दूसरी दवा देता हूँ। आप जल्द अच्छे हो जायेंगे।

बीमार- आप ठीक कहते हैं। शरीर दुबला हो गया है। चला भी नहीं जाता और बिछावन पर पड़े-पड़े तंग आ गया हूँ।

डॉक्टर- चिंता की कोई बात नहीं। सुख-दुःख तो लगे ही रहते हैं। कुछ दिन और आराम कीजिए। सब ठीक हो जायेगा।

बीमार- कृपया खाने को बतायें। अब तो थोड़ी-थोड़ी भूख भी लगती है।

डॉक्टर- फल खूब खाइए। जरा खट्टे फलों से परहेज रखिए, इनसे खाँसी बढ़ जाती है। दूध, खिचड़ी और मूँग की दाल आप खा सकते हैं।

बीमार- बहुत अच्छा! आजकल गर्मी का मौसम है; प्यास बहुत लगती है। क्या शरबत पी सकता हूँ ?

डॉक्टर- शरबत के स्थान पर दूध अच्छा रहेगा। पानी भी आपको अधिक पीना चाहिए।

बीमार- अच्छा, धन्यवाद! कल फिर आऊँगा।

डॉक्टर- अच्छा, नमस्कार।

बढ़ती सड़क दुर्घनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए पिता और पुत्र/पुत्री के बीच होने वाली बातचीत को लगभग 50-60 शब्दों में संवाद शैली में लिखिए।

 पिता और पुत्र के बीच संवाद

पिता- पुत्र! तुम मोटरसाइकिल बहुत तेज चलाते हो। कॉलेज जाते समय तुम्हें मोटरसाईकिल चलाता हुआ देखकर मुझे डर लगता है।

पुत्र- अरे पापा ! इसमें डरने की क्या बात है ?

पिता- लगता है आजकल तुम समाचार नहीं देखते या सुनते हो। तुम्हें पता है सुबह के समय ही अधिक दुर्घटनाएँ होती हैं।

पुत्र- हाँ मैंने सुना था।

पापा- तेज गति से वाहन चलाने और यातायात के नियमों का पालन न करने के कारण अधिक दुर्घटनाएँ होती है।

पुत्र- हाँ पापा आप ठीक कहते हो। मुझे भी इस बारे में सतर्क रहना चाहिए।

पिता- आगे से इस बात का जरूर ध्यान रखना कि सड़क पर कभी भी तेज मोटरसाईकिल मत चलाना।

पुत्र- ठीक है पापा!

No.-16.आपके इलाके में एक पुस्तकालय की स्थापना हुई हैं। इस बात को जनसामान्य तक पहुँचाने के लिए 25-50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए।

 *अमृत पुस्तकालय*

*ना भूलो तुम पुस्तकालय जाना यह है ज्ञान का खजाना*

 पुस्तकों का खजाना अंग्रेज़ी, हिंदी और उर्दू भाषाओं में उपलब्ध।

  उपलब्ध पुस्तकों की सूची:-

 धार्मिक पुस्तकें।

प्रतियोगिता परीक्षाओं की पुस्तकें।

विज्ञान के खोज और अविष्कार पर पुस्तकें।

प्रेरक पुस्तकें।

योग पर पुस्तकें।

स्वास्थ्य विज्ञान पर पुस्तकें।

हर आयु वर्ग के रुचि के हिसाब से पुस्तकें।

स्थान:- टाउन हॉल ,दरभंगा, बिहार

वेबसाइट:www.amritlibrary.in

मेम्बरशिप के लिए वेबसाइट में दिए नंबर पर अविलंब सम्पर्क करें।

 आपके संसदीय क्षेत्र में प्रत्येक माह के अंतिम सप्ताह में स्वास्थ्य-शिविर का आयोजन होने जा रहा हैं। इसे जनता तक पहुँचाने के लिए 25-50 शब्दों में एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए।

 *निशुल्क स्वास्थ्य शिविर*

 दिनांक:-10.02.2020 से 12.02.2020 तक तीन दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन।

 समय:- दिन के 10 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक।

 स्थान:- राज मैदान, दरभंगा।

 शिविर का आयोजन माननीय सांसद के द्वारा

 शिविर में देश के जाने माने डॉक्टरों की टीम मरीजों का ईलाज करेगी।

 शिविर में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर देश के प्रसिद्ध डॉक्टरों से मुफ्त में इलाज करवाएं। शिविर में दवाई भी मुफ्त में वितरित किया जाएगा।

स्वास्थ्य से अनमोल कुछ भी नहीं।

 

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